विश्व स्वास्थ्य संगठनने कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप COVID-19 से बचाव के लिए मलेरिया के इलाज में काम आने वाली हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन ले रहे हैं… उस दवा असर के बारे में अभी तक कोई साफ वैज्ञानिक सबूत नहीं मिला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि वह COIVID-19 जेसी महामारी के उपचार के लिए मेडिसिन के उपयोग की सिफारिश केवल सीमित तौर पर इलाज के परीक्षणों के बारे में ही करता है।

WHO में आपातकालीन सेवा के प्रमुख डॉ. माइकल रेयान ने कहा कि कोरोना जेसी महामारी के इलाज के लिए जिन मेडिसिन या तरीको का इंटरनेशनल लेवल पर ट्रायल हो रहा है। उक्त दवा यानी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन उनमें से एक है। अभी भी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन बारे में पता लगाया जा रहा है कि यह कोरोना वायरस के खिलाफ प्रभावी रूप से काम करती है या नहीं… WHO की ओर से दिये गये बयान से साफ हो गया है कि COVID-19 जेसी महामारी पर डोनाल्ड ट्रंप की ओर से बार बार की जा रही आलोचना के आगे वह झुकने वाला नहीं है।

प्रेसिडेंट Trump के डॉ. माइकल रेयान ने कहा कि अच्छा होगा कि डोनाल्ड ट्रंप जो मेडिसिन ले रहे हैं पहले उसकी जाँच हो जाए। डॉ. माइकल रेयान ने यह भी कहा कि सभी देशों की अपनी Like या Dislike हो सकती है। आपको बताते चले कि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले दिनों कहा था कि वह हाइड्रॉक्सि क्लोरोक्वीन दवा ले रहे हैं। राष्ट्रपति ट्रंप का कहना है कि उनकी हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन दवा की खुराक एक या दो दिनों में खत्म हो जाएगी। हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन एक भारतीय दवा है जो 65 वर्षों से ल्यूपस, गठिया और मलेरिया जैसे रोगो के इलाज में उपयोगी है। हालांकि मेडिसिन विशेषज्ञों का कहना है कि इस दवा के कुछ साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं।
Posted By – Rakesh Prajapat